
महिला एवं बाल विकास विभाग, मध्यप्रदेश

मध्यप्रदेश शासन

पोषण अभियान
प्रधानमंत्री के मन की बात है बेहतर पोषण
पोषण माह से ठीक पहले रविवार को देश के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने पोषण पर जो बातें कहीं हैं उन्हें ठीक से समझा जाना चाहिए। प्रधानमंत्री ने बच्चों के लिए पोषण को सबसे बड़ी जरुरत बताते हुए कहा है कि बच्चे अपनी पूरी क्षमता दिखा पाएं इसमें सबसे बड़ी भूमिका पोषण की ही होती है। अब जबकि इस पूरे सितम्बर माह को पोषण माह के रुप में मनाया जाना है तो हमें इस पर अपने ज्ञान और व्यवहार को मजबूत करने की जरुरत है।
इसकी शुरुआत बच्चे के गर्भ से ही होनी चाहिए, यानी कि बच्चे की मां को सबसे बेहतर पोषण आहार मिलना चाहिए | विशेषज्ञों के मुताबिक शिशु को गर्भ में, और बचपन में, जितना अच्छा पोषण मिलता है, उतना अच्छा उसका मानसिक विकास होता है और वो स्वस्थ रहता है। यहां समझने की जरुरत है कि पोषण का मतलब केवल इतना ही नहीं होता कि आप क्या खा रहे हैं, कितना खा रहे हैं, कितनी बार खा रहे हैं। इसका मतलब है आपके शरीर को कितने जरुरी पोषक तत्वमिल रहे हैं। आयरन, कैल्शियम मिल रहे हैं या नहीं, सोडियम मिल रहा है या नहीं, विटामिन्स मिल रहे हैं या नहीं। प्रधानमंत्री ने अपनी बात मेंं इन सभी पोषक तत्वों को जरूरी बताया है।
प्रधानमंत्री ने यह भी अपील की है कि संपूर्ण पोषण के लिए लोगों की सहभागिता सबसे जरुरी है। जन-भागीदारी ही इसको सफल करती है। पिछले कुछ वर्षों में, इस दिशा में, देश में, काफी प्रयास किए गए हैं। पोषण सप्ताह हो, पोषण माह हो, इनके माध्यम से ज्यादा से ज्यादा जागरूकता पैदा की जा रही है। स्कूलों को जोड़ा गया है। बच्चों के लिए प्रतियोगिताएं हों, उनमें जागरुकता बढ़े, इसके लिये भी लगातार होने चाहिए।
इसके लिए प्रधानमंत्री ने एक अच्छा आइडिया यह भी दिया कि जैसे कक्षा में एक कक्षा मॉनीटर होता है, उसकी तरह एक न्यूट्रीशन मॉनीटर भी हो, और रिपोर्ट कार्ड के जैसे एक न्यूट्रीशन कार्ड भी बनाए जाने की बात की है। यह निश्चित तौर पर एक अच्छी पहल है जब शिक्षा के साथ—साथ सेहत का भी उतना ही ध्यान रखा जाएगा
प्रधानमंत्री ने यह भी बताया कि भारत में खान-पान में ढेर सारी विविधता है। देश में छह अलग-अलग ऋतुएं होती हैं, मौसम के हिसाब से अलग-अलग चीजें पैदा होती हैं। इसलिए यह बहुत ही महत्वपूर्ण है कि हर क्षेत्र के मौसम, स्थानीय भोजन और वहां पैदा होने वाले अन्न, फल, सब्जियों के अनुसार एक पोषक तत्वों से भरपूर डाइट प्लान बने।
प्रधानमंत्री के मन की बात के अनुरुप हमें सितम्बर माह में चलाए जा रहे पोषण माह पर अपने और अपने परिवार के बेहतर पोषण पर जरूर ध्यान देना चाहिए।
देश और प्रदेश में पोषण की परिस्थितियों को ध्यान रखते हुए इस माह में हमें हर स्तर पर बेहतर पोषण ठीक करने के प्रयास करने चाहिए। स्थानीय स्तर पर ऐसे पोषण तत्वों की जानकारियों को मजबूत करना चाहिए। अपने किचन गार्डन में या जहां कहीं भी संभव हो वहां पर विविध प्रकार की सब्जियां, भाजी और पोषण देने वाले पेड़—पौधे लगाकर उन्हें अपनी दिनचर्या में शामिल करना चाहिए, तभी हम एक स्वस्थ समाज का निर्माण कर सकते हैं।